ये कविता मेरी ज़िन्दगी में आये उतार चढ़ाव और उनसे मिली सीख पर आधारित है . ये कविता मेरी लिखी गयी पहली कविता है! मुझे इस दिशा की ओर जिसने प्रोत्साहा है वो इस कविता में मेरी प्रेरणा बनकर मेरे साथ है मैं उनकी सदा शुक्रगुजार रहूंगी , उनसे मिली सीख जो मुझे प्रेरणा देती है आशा है की वो आप सब को निम्न पंक्तियों में नज़र आएगी .
जज्बातों पर काबू कर हसकर जीना सीखा है आपसे
मुश्किलों को पीछे छोड़ आगे बढ़ना सीखा है आपसे
समंदर में उठे तूफान से लड़कर किनारे पहुँचना सीखा है आपसे
डूबती नाव न बनकर कश्ती को पार लगाना सीखा है आपसे
किसी की ना को हाँ में बदलना भी सीखा है आपसे
गर आप जिंदगी में ना होते तो क्या होता , क्यूंकि ज़िन्दगी के मायने भी सीखे हैं आपसे
प्यार से हर बात को कह जाना सीखा है आपसे
इस दुनिया में मतलब का हर रिश्ता है , ये भी तो सीखा है आपसे
जो मिलता है वोह साथ कभी रहता नहीं , ये भी सीखा है आपसे
बिन कहे जो हर बात समझ ले , ऐसे सचाई को भी पड़ना सीखा है आपसे
ख़ूबसूरत बनने के लिए , ख़ूबसूरत सोच को रखना भी सीखा है आपसे
गर आप जिंदगी में ना होते , तो क्या होता , क्योंकि ज़िन्दगी के मायने भी सीखे हैं आपसे
सीख इंसा को आगे बदने का रास्ता देती है , ये ही तो सीखा है आपसे
जब मुश्किलें इंसान को झुला देती हैं ,तो सीख ही तो है जो संभालती है ,ये सब सीखा है आपसे
साया साथ छोड़ सकता है मगर सोच हरदम साथ है , ये भी तो सीखा है आपसे
अपनी सोच पर जो काबू कर जाये उसको कोई हरा सकता नहीं , यह सीखा है आपसे
इतना कुछ सीख कर भी गर कुछ न पाया जीवन में तो, फिर क्या सीखा है आपसे
गर आप जिंदगी में ना होते , तो क्या होता क्योंकि ज़िन्दगी के मायने भी सीखे हैं आपसे!
मिनी जी,
जवाब देंहटाएंसब से पहले तो मैं आपका स्वागत करना चाहूँगा ब्लॉग जगत में! आपकी पहली रचना वाकई काबिल-ए-तारीफ है और मैं आशा करता हूँ की आप वक़्त के साथ और परिपक्व होंगी और बहुत सी खूबसूरत रचनाएँ लिखेंगी!
स्वागतम!
सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएंलिखते रहिए
निखार आता जाएगा रचनाओं में!
बढ़िया..अनेक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंआपका ब्लॉग देख कर प्रसन्नता हुई। कविता बहुत सुन्दर और भावपूर्ण है। बधाई।
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंलिखती रहें...लिखते लिखते लेखन में परिपक्वता आती जायेगी...
एक महत्वपूर्ण बात...पढने और लिखने का अनुपात यदि सौ और एक का रखा जाता है तभी सफल लेखन हो पाता है....सो सुन्दर लिखने के लिए ढेर सारा पढ़िए...
पहले भावों को जैसे मन में आ रहे हों कागज पर उतार लीजिये,फिर उसके शिल्प को कसिये..एक दो नहीं , पच्चीस पचास बार एडिट कीजिये ,फिर देखिएगा जो बनकर निकलेगा,आपको खुद ही पहचानना मुश्किल हो जायेगा कि ...वाह यह मैंने लिखा है...
ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है...आपने अपने बारे में जो लिखा है उसे पढ़ कर बहुत अच्छा लगा...इंसान आप जैसा ही होना चाहिए जो जीवन के हर पल का आनंद लेना जानता हो...याने जीवंत (बबली) हो......रंजना जी की बात को गाँठ बाँध लें और फिर लिखें...
जवाब देंहटाएंनीरज
सुन्दर कविता :-)
जवाब देंहटाएंaapki pehli kavita hai lekin bahut hi pyari hai.. maza aa gaya pad kar..
जवाब देंहटाएंlikhti rahiyega..
Please visit my blog.
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बहुत ही बढ़िया, आपने तो अपनी पहली ही पोस्ट में दिखा दिया की कितनी गहरी है आपकी सोच !
जवाब देंहटाएंआज आपकी ये पहली कविता है और ये कविता आपकी बीती जिंदगी की कहानी बयां कर रही है किविता हमारी सोच का ही एक हिस्सा है और अब आप लिखती रहना अब आपको इसके माध्यम से अपनी बात कहने की आज़ादी है दोस्त !
जवाब देंहटाएंआपकी हिम्मत एसे ही बढती रहें हम हमेशा आपके साथ हैं !
रंजना जी ने जो बात कही मै उनसे बिलकुल सहमत हूँ !
welcome to the world of emotions and relations... welcome to the world of blog...
जवाब देंहटाएंNice first sharing :))
Esp.
मंगलवार, ११ जनवरी २०११meri pehli kavita
ये कविता मेरी ज़िन्दगी में आये उतार चढ़ाव और उनसे मिली सीख पर आधारित है . ये कविता मेरी लिखी गयी पहली कविता है! मुझे इस दिशा की ओर जिसने प्रोत्साहा है वो इस कविता में मेरी प्रेरणा बनकर मेरे साथ है मैं उनकी सदा शुक्रगुजार रहूंगी , उनसे मिली सीख जो मुझे प्रेरणा देती है आशा है की वो आप सब को निम्न पंक्तियों में नज़र आएगी .
जज्बातों पर काबू कर हसकर जीना सीखा है आपसे
मुश्किलों को पीछे छोड़ आगे बढ़ना सीखा है आपसे
समंदर में उठे तूफान से लड़कर किनारे पहुँचना सीखा है आपसे
डूबती नाव न बनकर कश्ती को पार लगाना सीखा है आपसे
keep writing :)
good start..keep going...
जवाब देंहटाएंBhavpurn abhivyakti k liye badhai
जवाब देंहटाएंHello :)
जवाब देंहटाएंNice work done!
Keep it up..
And welcome to the blogger's world :)
Rgds,
Dimple
सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएंBahut hi acchhi rachna... Bahut hi feel ke sath likhi gai rachna.. apni pahli aur sashakt kavita ke liye badhai swikar karein.. aur likhte rahein.. Badhai..
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